जयपुर । श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना भारत का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन है तो पूरे भारत के 20 से ज्यादा राज्यो में अपनी पकड़ रखता है इसमें राजपूत समाज के लगभग 50 लाख युवा राजपूत सरदार पूरे भारत के प्रत्येक राज्य से जुड़े हुए है एवं भारत के इस सबसे बड़े संगठन के मुखिया है सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जिन्होंने दिन रात मेहनत कर इस संगठन को खड़ा किया है अब यह संगठन भारत की राजनीति में प्रवेश करने वाला है यह वही संगठन है जिसने आर्थिक आधार पर आरक्षण आंदोलन फिर, आंनदपाल आंदोलन ,व पद्मावत आंदोलन से पूरे देश को हिला दिया था >> https://www.karnisena.com/2019/04/karni-sena-national-political-party.html
जयपुर: राजस्थान में पद्मावत फिल्म के विरोध और आनंदपाल
प्रकरण के जरिए सियासत में तूफान मचाने वाली करणी सेना इन दिनों नदारद है. करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को लेकर चुनाव लड़ने की कई तरह की खबरें आई लेकिन अब सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने इन तमाम खबरों पर पर्दा फ़डाल दिया है. सुखदेव सिंह ने कहा है कि वह किसी भी पार्टी के साथ चुनाव नहीं लड़ रहे हैं बल्कि करणी सेना के नाम से देश में खुद की राष्ट्रीय पार्टी का ऐलान करने वाले हैं. यानी अभी तक खुद को सामाजिक संगठन बताने वाला करणी सेना अब राजनीतिक मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने खुद के बसपा के टिकट पर नागौर से चुनाव लड़ने की खबरों का खंडन किया है।
गोगामेड़ी ने कहा कि बसपा के नेताओं ने उनसे संपर्क किया था लेकिन उन्होंने पार्टी करणी सेना के पदाधिकारियों की राय के आधार पर किसी भी पार्टी से चुनाव लड़ने की से इनकार कर दिया. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने कहा कि वह खुद के राजनीतिक दल बनाने की कवायद कर रहे हैं. जल्दी करणी सेना की कोर कमेटी की बैठक होने वाली है उसके बाद देश में करणी सेना के राजनीतिक संगठन के तौर पर ऐलान किया जाएगा. दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले सुखदेव सिंह गोगामेड़ी उस समय आलोचना का शिकार हुए थे जब उन्होंने वसुंधरा राजे का झालरापाटन में समर्थन का ऐलान किया था. इस सवाल पर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का कहना है कि उन्होंने किसी पार्टी विशेष का नहीं बल्कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का समर्थन किया था।
इसकी भी बड़ी वजह थी. उन्होंने पद्मावत फिल्म के विरोध मामले में और आनंद पाल प्रकरण में उनकी मांगों पर सुनवाई की थी. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने कहा कि अब ना तो ने कांग्रेस से उम्मीद है और ना ही भाजपा से दोनों ही दल क्षत्रिय समाज को टिकट से बचने की कोशिश करते रहे हैं. लिहाजा समाज को राजनीतिक तौर पर आगे लाने के लिए अब खुद का राजनीतिक दल बनाना बेहद जरूरी है।
इसमें कहीं कोई दो राय नहीं कि एक समय करणी सेना राजस्थान में सामाजिक संगठन के तौर पर अपनी बड़ी पहचान रखता था लेकिन करणी सेना के कई टुकड़ों में विभक्त होने के बाद इसकी शक्ति कमजोर हुई. लेकिन अब सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के ऐलान के बाद इंतजार है करणी सेना की राजनीतिक संगठन का. देखना होगा सामाजिक संगठन से राजनीतिक संगठन के इस बदलाव की यात्रा में करणी सेना कितनी कामयाब हो पाती है।
Source
आभार :- https://zeenews.india.com hindi/lok-sabha-elections/karni-sena-will-announce-their-own-national-party-soon-sukhdev-singh-gogamadi/515910
जय राजपुताना
ReplyDelete